जय श्री राज श्यामा जी...
बहुत ही रोचक और प्रेरणादायी प्रसंग....
"केजरीवाल का सपना...."
राधे राधे....
महत्वपूर्ण जानकारी......:
कृपया पूरी पोस्ट पड़ें और लोगो के साथ ज्यादा से ज्यादा साझा करे.....
आज केजरीवाल का सपना पूरा होने जा रहा है और वह दिल्ली के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सम्हालने वाले है लेकिन जिस तरह यह अपने सहयोगी पर कीचड़ उछालते जा रहे है और कांग्रेस के सब्र की परीक्षा ले रहे है यही इनको ना ले डूबे। कहते है कांग्रेस और भाजपा दोनों के नेताओं को जेल पहुंचाएंगे, कांग्रेस भाजपा दोनों भ्रष्ट है दिल्ली कांग्रेस में भी इसपर जबरदस्त रोष है शीला जी ने तो कांग्रेस जनभावनाओं को भाँपते हुये यह कहना ही शुरु कर दिया कि समर्थन बिना शर्त नहीं है और केजरीवाल ने जो वादे किये है वो पूरा करना संभव ही नहीं है।
वैसे केजरीवाल अभद्र भाषण के पर्याय तो बन ही चुके है कभी तो स्टूडियो छोड़कर भाग भी जाते है गुस्से में, ऐसा ही हाल कुमार विश्वास और मनीष सिसोदिया का है जो अक्सर टेलीविज़न की बहस में आपा खो देते है और शिष्टाचार की कमी सभी आप नेताओं में साफ परिलक्षित होती है मर्यादा भी अक्सर भूल जाते है किसी को सम्मान देना तो उन्होंने कभी सीखा ही नहीं गरूर इतना ज्यादा कि बस स्वयं के अतिरिक्त किसी को सही समझते ही नहीं अब अति विश्वास से भरे गुजरात में झाडू यात्रा करने निकलने वाले है पहले दिल्ली तो संभाल ले वादे पूरे करने की दिशा में सकरात्मक कदम तो उठाएंअभी तो काम करने का वक्त आया है अभी तक तो सिर्फ भाषणबाजी ही की है देखते है नाई नाई बाल कितने ? चार दिन में मालूम पड जायेगा
जो लोग केजरीवाल से बड़ी उम्मीदे पाले बैठे है उन्हें एक बार विश्वनाथ प्रताप सिंह को याद कर लेना चाहिए हम भारतीयों की यादाश्त बहुत छोटी होती है ... कोई भी मीडिया केजरीवाल की सफलता की तुलना वीपी सिंह की सफलता से नही कर रहा है। कई बार अनुकूल मौसम से कुकुरमुत्ते बड़ी तेजी से बढ़ते है ..लेकिन जैसे ही बदली छटती है और धुप निकलती है तो कुकुरमुत्ते टूट कर बिखर जाते है .. कुकुरमुत्ते कभी वटवृक्ष नही बन सकते | वीपी सिंह ने बोफोर्स कांड को लेकर एक हीरो की तरफ स्थापित दिया और पुरे देश का दौरा किया ..मंच पर जाकर अपने बैग से कुछ कागज निकालकर लोगो से पूछते थे .आप जानते है ये क्या है ? भीड़ कहती थी नही ... फिर
वीपी सिंह कहते थे ये बोफोर्स काण्ड की दलाली के सुबूत है .. और भीड़ पागल होकर ताली बजाने लगती थी। वीपी सिंह अपनी हर सभाओ में कहते की वो सत्ता में आते ही राजीव गाँधी को जेल भेज देंगे। भ्रष्टाचार के खिलाफ केजरीवाल से कई गुने बड़े हीरो के तौर पर वीपी सिंह उभरे थे और उन्हें उत्तर भारत से लेकर साउथ तक सभी जगहों पर अपार जन समर्थन मिला ... वीपी सिंह कहते थे की ये बोफोर्स तोपे ऐसी है की यदि इन्हें दागा जाये तो इनके गोले उल्टे भारतीय सैनिको पर ही गिरेंगे क्योकि इन्हें भारत को नाश करने के लिए ही बनाया गया है .. और इन तोपों में ऐसा सिस्टम लगा है की ये दुश्मन देश को अपनी तैनाती की लोकेशन बता देंगी।
ये केजरीवाल क्या नौटंकी करेंगे ... उस जमाने में पंजाब में आतंकवाद चरम पर था और वीपी सिंह प्रधानमंत्री बन चुके थे .. और अमृतसर की यात्रा पर थे ..उन्होंने दूरदर्शन के कैमरे के सामने अपनी बुलेटप्रूफ कन्टेसा कार में बैठने से मना कर दिया और कहा मै खुली जीप में बैठकर शहर का दौरा करूंगा ..मुझे मौत से डर नही है ..ये आतंकी नही बल्कि मेरे भाई है ... फिर इसे शाम को जैसे ही दूरदर्शन पर समाचारों में दिखाया गया पुरे देश में वीपी सिंह की छवि और भी बड़े हीरो के तौर पर उभरी। लेकिन नतीजा क्या रहा ??? जितनी तेजी से वीपी सिंह उभरे उससे दोगुनी तेजी से खत्म हो गये क्योकि भारत में नौटंकी बहुत ज्यादा समय तक नही चलता .. ये केजरीवाल की हालत शायद वीपी सिंह जैसी ही होगी।
साभार : नीतू सिंह